तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। मंत्र: श्री राम नाम खेलो अकन कबीरी। सुनिये नारी बात हमारी। एक पान संग मंगाय। एक पान सेज सौं लावैं मक पान मुख बुलावै। https://cristianagsvt.izrablog.com/34347518/the-basic-principles-of-free-vashikaran